तुलसी एक घरेलु
दवा !!
1. गटिया रोग में तुलसी के
रस में अजवायन मिलाकर खाने से आराम मिलता है ।
2. केश रोग में तुलसीका रस, और आवला बारीक़ पीसकर सेपरस्परऔर इसे बालो जड़ो में लगाये । इससे बाल झडनाबंद हो जाता है और बाल काले होते है।
2. केश रोग में तुलसीका रस, और आवला बारीक़ पीसकर सेपरस्परऔर इसे बालो जड़ो में लगाये । इससे बाल झडनाबंद हो जाता है और बाल काले होते है।
3. सफेद दाग़ में गंगाजल के साथ तुलसी को मिलाकर लगाना चाहिये इसके नियमित प्रयोग से सफेग दाग टीक हो जाता है।
4. मधुमकीके डंक मारनेपर तुलसी-पत्र का रस सेंधानमक और घी मिलाकरलगाने से सुजन भी नही आती है और दर्द में भी आराम मिलता है ।
5. मुहासे रोग में तुलसी तथा नीबू का रस बराबर मात्र में मिलाकर लगाने से मुहासे मिट जाते है ।
6. खासी होने पर तुलसी के पते और अडूसा के पते मिलाकर बराबर मात्र से सेवन करने से लाभ होता है ।
7. कानदर्द में तुलसी-पत्र का रस कान में डाले या फ़िर सरसों के तेल में तुलसी-पत्र पका ले और इसे छानकर कान में डाले । कान का दर्द शांत हो जाता है।
8. आख रोग में तुलसी -पत्र के रस में शहद मिलाये और इसे आख में लगाये ।
4. मधुमकीके डंक मारनेपर तुलसी-पत्र का रस सेंधानमक और घी मिलाकरलगाने से सुजन भी नही आती है और दर्द में भी आराम मिलता है ।
5. मुहासे रोग में तुलसी तथा नीबू का रस बराबर मात्र में मिलाकर लगाने से मुहासे मिट जाते है ।
6. खासी होने पर तुलसी के पते और अडूसा के पते मिलाकर बराबर मात्र से सेवन करने से लाभ होता है ।
7. कानदर्द में तुलसी-पत्र का रस कान में डाले या फ़िर सरसों के तेल में तुलसी-पत्र पका ले और इसे छानकर कान में डाले । कान का दर्द शांत हो जाता है।
8. आख रोग में तुलसी -पत्र के रस में शहद मिलाये और इसे आख में लगाये ।
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