दादी माँ की दवाई
समस्या कहे या परेसानी पर प्रदूषण, खानपान और बदलती जीवनशैली में बदलाव की वजह से अक्सर महिलाओं में पीरियड्स के दिनों में बहुत अधिक दर्द की समस्या आज बेहद आम है। ऐसे में इस समस्या से आराम के लिए ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिन्हें मासिक धर्म के समय होने वाले तेज दर्द में आराम के लिए अपनाया जा सकता है। इनका न तो कोई साइड एफेक्ट है और न ही ये अधिक खर्चीली हैं।
अजवाइन, लौंग और अदरक
अक्सर पीरियड्स के दौरान महिलाओं में गैस्ट्रिक की समस्या बढ़ जाती है जिसकी वजह से भी पेट में तेज दर्द होता है। अजवाइन का सेवन इससे निपटने में बेहद कारगर है। आधा चम्मच अज्वाइन और आधा चम्मच नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पीने से दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। इसके अलावा, पीरियड्स के दिनों में अज्वाइन को चुकंदर, गाजर और खीरे के साथ जूस बनाकर पीने से भी दर्द नहीं होता। पीरियड्स में दर्द के दौरान अदरक का सेवन भी तुरंत राहत पहुंचाता है। एक कप पानी में अदरक के टुकड़े को बारीक काटकर उबाल लें। चाहें तो इसमें स्वादानुसार शक्कर भी मिलाएं। दिन में तीन बार भोजन के बाद इसका सेवन करें।
तुलसी और पपीता
तुलसी एक बेहतरीन नैचुरल पेन किलर है जिसे पीरियड्स के दर्द में बेझिझक ले सकते हैं। इसमें मौजूद कैफीक एसिड दर्द में आराम पहुंचाता है। ऐसे में दर्द के समय तुलसी के पत्ते को चाय में मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है। अधिक परेशानी हो तो आधा कप पानी में तुलसी के 7-8 पत्ते डालकर उबालें और छानकर उसका सेवन करें। कई बार पीरियट्स के दौरान फ्लो ठीक तरीके से न हो पाने के कारण भी महलिओं को अधिक दर्द होता है। ऐसै में पपीते का सेवन एक बेहतरीन विकल्प है। इसके सेवन से पीरियड्स के दौरान फ्लो ठीक संतुलित तरीके से होता है जिससे दर्द नहीं होता।
दूध व दूध के बने उत्पाद
दूध और दूध के बने उत्पाद का सेवन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। जिन महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है उन्हें मासिक धर्म से संबंधित समस्याएं अधिक होती हैं। ऐसे में न सिर्फ पीरियड्स बल्कि हमेशा दूध व डेयरी उत्पाद का सेवन महलिओं के बहुत जरूरी है क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।
और पढ़े घरेलु दवा के लिए.............
समस्या कहे या परेसानी पर प्रदूषण, खानपान और बदलती जीवनशैली में बदलाव की वजह से अक्सर महिलाओं में पीरियड्स के दिनों में बहुत अधिक दर्द की समस्या आज बेहद आम है। ऐसे में इस समस्या से आराम के लिए ऐसे कई घरेलू उपाय हैं जिन्हें मासिक धर्म के समय होने वाले तेज दर्द में आराम के लिए अपनाया जा सकता है। इनका न तो कोई साइड एफेक्ट है और न ही ये अधिक खर्चीली हैं।
अजवाइन, लौंग और अदरक
अक्सर पीरियड्स के दौरान महिलाओं में गैस्ट्रिक की समस्या बढ़ जाती है जिसकी वजह से भी पेट में तेज दर्द होता है। अजवाइन का सेवन इससे निपटने में बेहद कारगर है। आधा चम्मच अज्वाइन और आधा चम्मच नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पीने से दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। इसके अलावा, पीरियड्स के दिनों में अज्वाइन को चुकंदर, गाजर और खीरे के साथ जूस बनाकर पीने से भी दर्द नहीं होता। पीरियड्स में दर्द के दौरान अदरक का सेवन भी तुरंत राहत पहुंचाता है। एक कप पानी में अदरक के टुकड़े को बारीक काटकर उबाल लें। चाहें तो इसमें स्वादानुसार शक्कर भी मिलाएं। दिन में तीन बार भोजन के बाद इसका सेवन करें।
तुलसी और पपीता
तुलसी एक बेहतरीन नैचुरल पेन किलर है जिसे पीरियड्स के दर्द में बेझिझक ले सकते हैं। इसमें मौजूद कैफीक एसिड दर्द में आराम पहुंचाता है। ऐसे में दर्द के समय तुलसी के पत्ते को चाय में मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है। अधिक परेशानी हो तो आधा कप पानी में तुलसी के 7-8 पत्ते डालकर उबालें और छानकर उसका सेवन करें। कई बार पीरियट्स के दौरान फ्लो ठीक तरीके से न हो पाने के कारण भी महलिओं को अधिक दर्द होता है। ऐसै में पपीते का सेवन एक बेहतरीन विकल्प है। इसके सेवन से पीरियड्स के दौरान फ्लो ठीक संतुलित तरीके से होता है जिससे दर्द नहीं होता।
दूध व दूध के बने उत्पाद
दूध और दूध के बने उत्पाद का सेवन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। जिन महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है उन्हें मासिक धर्म से संबंधित समस्याएं अधिक होती हैं। ऐसे में न सिर्फ पीरियड्स बल्कि हमेशा दूध व डेयरी उत्पाद का सेवन महलिओं के बहुत जरूरी है क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।
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